लौटने पर रुकने के सभी स्थान वही थे चार बजे तक सागा पहुॅंच गये किसी प्रकार का तनाव नहीं था अब पर्यटन के मूड में थे । सामान आदि कमरे में पहुॅचाकर बाजार देखने चले गये वहॉं से आगरा और देहली बेटी को फोन किया बहुत स्पष्ट आवाज । बाजार वहॉं जल्दी बंद हो जाते हैं वैसे भी बहुत कम आबादी वाला क्षेत्र नजर आ रहा था होटल के नीचे ही बाजार था यहॉं पर भी लड़कियॉं अधिक सक्रिय थीं अधिकांष लड़कियों ने पैन्ट कोट पहन रखा था ।चीन में पैकिंग की सुंदरता या सामान की सुंदरता पर अधिक ध्यान दिया जाता है । ज्ञात हुआ वहॉं दो तरह का माल तैयार किया जाता है एक तो टिकाऊ पर मंहगा होता है एक सस्ता ओर सुंदर लेकिन उस माल की कोई गारंटी नहीं होती । सब जगह चीनी भाषा में ही लिखा हुआ था ।
सागा से आठ बजे तक रवाना हो गये थे । झांग मू के लिये चार बजे तक पहुॅंचना था क्योंकि चार बजे रास्ता खुलना था वह भी निष्चित समय के लिये उस समय जो निकल जायेगा वह निकल जायेगा नहीं तो वहीं रुकना पड़ेगा अर्थात खुले में या गाड़ी में फिर कितनी देर बाद खुले वह राम भरोसे ।
प्रातः आठ बजे तक हम्हारी गाड़ियॉं रवाना हो गईं लेकिन अहमदाबाद के जडेआ की गाड़ी कुछ आगे जाकर खराब हो गई। सबको चिंता हो गई रास्ता बेहद ऊबड़ खाबड़ था दूर दूर तक कोई नहीं किसी प्रकार से दो तीन गाड़ियों के ड्राइवरोंने मिलकर उसे ठीक किया बार बार जरा चले फिर फुक फुक कर गाड़ी कूदे और बंद हो जाये । सब मन ही मन भोले बाबा से प्रार्थना करने लगे अब तक सब ठीक किया है आगे भी सब ठीक करे ं । गाड़ी कुछ दूर और चली फिर बंद होगई लेकिन जिस स्थान पर गाड़ी रुकी बहुत मनोरम था छोटा सा लकड़ी का पुल उसके नीचे छिछली नदी उसमें रंग बिरंगी छोटी
छोटी मछलियॉं । कुछ लोग पुल से लटक लटक कर नदी की तेज धारा में पैर डुबा रहे थे तो कुछ किनारे पर मछलियों को देख रहे थे कि गाड़ी ठीक होगई शोर मचा और चढ़ चढ़ कर गंतव्य की ओर रवाना हो गये ।
खाने के लिये जहॉं भी काफिला रुकता था पूरी यात्रा में देखा वह स्थान हर आयेाजकों द्वारा निष्चित किया हुआ था क्योंकि हर काफिला वहीं रुकता था अपने रुकने के कुछ निषान छोड़ जाता था आगे बढ़ जाता। इस बार खाने के लिये जहॉं रुके थे वहॉं दो दल पहले से ही रुके हुए थे पता लगा एक यात्री दल के पास खाना नहीं है उनका ट्रक नहीं आया था। हमारे दल के यात्रियों ने कम कम लेकर बाकी खाना उनके दल को दे दिया ।
सागा से झांग मू के बीच रास्ते में चैकपोस्ट बना था सब गाड़ियों की चैकिंग हो रही थी एक गाड़ी पीछे रह गई थी चैकिंग साथ होनी थी इसलिये आगे भी नहीं बढ़ सकते थे । करीब पौन घंटा इंतजार के बाद वह गाड़ी आई । पता लगा वह गाड़ी भी रास्ते में खराब हो गई थी दोनों खराब गाड़ियों को आगे करके चले जिससे कि यदि अब खराब हों तो उनके यात्रियों को किसी भी प्रकार अपनी गाड़ियों में लिया जाये क्योंकि अब समय नष्ट नहीं किया जा सकता था । परंतु निर्विघ्न निलायम तक पहुॅंच गये । अभी तक कहीं भी हरियाली नहीं मिली थी हॉं निलायम् आने के साथ साथ हरियाली मिलने लगी । आते समय रात्रि का समय था इसलिये निलायम् का रास्ता नहीं देख पाये थे । लौटने पर निलायम् पर नहीं रुके अगला पड़ाव झांग मू था । झांग मू का रास्ता भी आते में अंधेरे में पार किया था लेकिन झांग मू में हिरयाली के साथ साथ खेत घर मकान आदि दिखाई दिये साथ ही सरसों का खेत देख कर अच्छा लगा । झागमू पार करने के लिये दो घंटे रुकना पड़ा मान सरोवर का ष्शुष्क वातावरण और ऊॅचाई कम होने के कारण भूख खुलने लगी थी । पानी की बड़ी बड़ी बूॅंदे गिर रही थी बंद गाड़ी में बैठना बहुत मुष्किल लग रहा था, जैसे दम घुट रहा हो ,जरा सी झिरी करली । अन्य दलों की गाड़ियॉं भी आने लगी । ऊॅंचा नीचा रास्ता पार करते सुबह का खाया सब पच गया था सबकी गाड़ियों में रखे नमकीन खुलने लगे कुछ लोग चादर डालकर घास में बैठ गये पिकनिक का सा माहौल हो गया ।☺
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