Thursday 19 December 2019

नौजवान भटक रहा है

हमारे देश में आए दिन दंगा फसाद होता है देख कर  दुःख होता है कि बिना समझे बिना जाने  बस दंगा करना है दंगे मैं हमारे नौजवान  जो जोश से भरे हैं अपनी  उर्जा को बर्बाद करते हैं क्या हित है या अहित है  उन्हें समझाने वाला कोई नहीं है उनको पता ही नहीं है  वे अपना ही नुक्सान कर रहे हैं सरकार  का नहीं जनता की संपदा हो या सरकारी संपदा खरीदी  जनता के पैसे से ही जाएगी वह तो फिर आजायेगी  पर जब  ये नौजवान ये समझेंगे की  हम किनके कहने पर अपना क्या नुक्सान कर रहे हैं तब शायद जिन्दगी भर अपने को माफ़ नहीं कर पाएंगे कौआ  कान ले गया कान ले गया  सब पेड़ उखाड दो जिससे कौआ  बैठ ही नपाए  पर कान ले भी गया है या नहीं यह जानने की आवश्यकता ही नहीं है या आगे आपका भविष्य सुरक्षित हो रहा है देश की दिन व् दिन बढती आवादी आपका ही भविष्य बिगाड़ रही है
पहले  बात समझना बहुत जरूरी है 

Monday 16 December 2019

महगाई मार गई

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Thursday 12 December 2019

हैवानों को सजा टले नहीं

चार  हत्यारों का एनकाउंटर हुआ और चार अब अपने अंजाम पर जा रहे हैं पर पता नहीं कौन उनका हमदर्द  निकल  ए अभी तो कई दिन हैं अब  एक नर पिशाच को प्रदूषण  याद  आ रहा है।  प्रदूषण तो समाज मैं उस जैसे अनेक प्रतिदिन फैला रहे हैं।  प्रतिदिन अनेक लड़कियां  इस प्रकार  के हैवानों के द्वारा हिंसा अत्याचार  का शिकार होती हैं  जरा जरा सी बच्चियों को  जब ये जल्लाद निशाना बनाते हैं तब हर उस व्यक्ति के  लिए फासी नजर आती है मैंने एक अफगानिस्तान  की वीडियो देखी  बलात्कारी  का  सरे आम  मुख्य  चौराहे  पर सर धड से अलग कर दिया गया  उस शहर  के हर व्यक्ति को वहा मौजूद  रहना आवश्यक था जब तक अमानुषिक कार्य करने वालों के साथ अमानुषिक व्यवहार नहीं किया जायेगा तब तक न हैवानियत बंद होगी  न हिंसा हर  उस व्यक्ति को तुरंत सजा मिलनी चाहिए जो निश्चित रूप से पकड़ जाये  न मुक़दमे बजी न तारिख सीधे  सजा  वह भी मौत की  निर्भय दिशा उन्नाव  आदि केसों के अपराधी तो भूखे कुत्तों के सम्मने छोड़ दिए जाने चाहिए .