Monday 3 February 2014

sandesh for Lovers

बसंत आ  गया  दिल की  कली मुस्कराई'प्रिया  या प्रिय  को सन्देश देने को बेक़रार है 'प्रस्तुत हैं  सन्देश

दिल यों ही किसी पर आता नहीं
प्यार यूं  हीं किया जाता नहीं
प्यार करो तो दर्द सहने कि आदत डाल लेना
क्योंकि यह वो दर्द है भूख से जाता नहीं

मोहब्बत बिन जिंदगी वीरान होती है
 अकेले हर राह  सुनसान होती है
एक प्यारे से दोस्त  का होना जरूरी है
क्यों कि उस् की  दुआ से हर मुश्किल आसान होती है

बदन पर सितारे यूँ  सिमटे हैं तुम्हारे
चाँद भी मदहोश है  बहके हैं सारे नज़ारे

मुझ से बिछड़ कर खुश रहते हो
मेरी तरह तुम भी झूठे हो
इक टहनी पर चाँद टिका था
मैं समझा कि तुम बैठे हो

लम्हे लम्हे मैं बसी है तेरी यादों कि महक
आज कि रात तो खुशबू  का सफ़र लगती है

है तुम्हीं से रोशन ये चाँद ये सितारे
नूर ही नूर है  दामन मैं तुम्हारे
मेरे घर मैं जो रखा कदम तुमने
तो जल उठे चराग सभी  और शाम हो गए सवेरे

Happy Anniversary To Aditya Alpna

मैंने देखा था रामेश्वरम्  मैं  शिव पार्वती  का मंदिर
बहुत ही भव्य  और था  सुन्दर
नहीं है बस यह मेरी कल्पना
मुझे लगा ये हैं आदित्य और अल्पना
अनेकों सूर्य मस्तक पर जगमगाते रहें
दक्षा और मनु के साथ  सदा मुस्कराते रहें
सुखी रहें स्वस्थ रहें प्रसन्न रहें
जीवन पथ पर साथ साथ बढ़ते रहें