घर
मेरा घर बोलता है मुझसे
आंख झपकाता है कमरा
पलंग देख मुस्कराता है
चादर गरमाता है
स्ुाकून देता है घर
प्यारा प्यारा सा होता है घर
सारी दुनिया घूम आओ
अंतिम डगर है घर
थके पांव मंजिल आ जाये
अंतिम सफर का पड़ाव है घर
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