Thursday, 6 October 2022

मेरा घर

 घर


मेरा घर बोलता है मुझसे

आंख झपकाता है कमरा

पलंग देख मुस्कराता है

चादर गरमाता है

स्ुाकून देता है घर

प्यारा प्यारा सा होता है घर

सारी दुनिया घूम आओ

अंतिम डगर है घर

थके पांव मंजिल आ जाये

अंतिम सफर का पड़ाव है घर


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