Thursday 25 January 2018

बन्दर को मिला च्यवनप्राश

श्रद्धेय नीरज से माफ़ी के साथ
मानव होना  पाप है गरीब  होना  अभिशाप
बन्दर होना भाग्य है चिम्पेंजी  होना सौभाग्य .
एक टीवी  के ऐड मैं  चिम्पेंजी  को च्यवनप्राश खाते दिखाया गया है .श्री राम दूरदर्शी थे  उन्हें मालूम था  एक बार फिर इन्सान बन्दर बनेगा बनेगा फिर चिम्पांजी  वाही उसका लक्ष्य होगा  कम से कम च्यवनप्राश  तो खाने को  मिलेगा  मतलब इसे खाकर बन्दर बन जाओगे 

1 comment:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (27-01-2018) को "शुभकामनाएँ आज के लिये" (चर्चा अंक-2861) पर भी होगी।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    गणतन्त्र दिवस की
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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