Monday, 13 May 2024

Adhunik Robinhood

 आधुनिक राबिनहुड

‘एक आईडिया दिमाग में आया है कि किस प्रकार हम पैरी के छिपाये खजाने का पता लगा सकते है ?’एक युवा अफसर बोला ,‘यह पैरी भी बड़ा अजीब आदमी है ,उसके जीवन का लक्ष्य सरकार के खिलाफ बगावत है। किन बजह से वह ऐसा सोचता है यह तो खुदा जाने। मेरी समझ में आया है कि हममंे से एक उसका सहायक बन जाय यह दिखाये कि वह भी बागी है, उसके विचारों से सहमत है । उसकी सरकार के विरुद्व योजना में सहायक होगा। उसके साथ ही जेल से भाग लेंगे तो उसके साथ रहने से यह पता लग जायेगा कि उसने धन कहाँ छिपाया है, जिसने उसे इजरायल का राबिनहुड बना दिया है।’ 

इजरायल पुलिस महकमें के प्रधान येहेजकाल कुछ देर कहने वाले की ओर देखता रहा फिर बोला,‘ तुम्हारा मतलब है कि तुम चाहते हो कि पैरी को जेल से भगाने की व्यवस्था की जाये।’ 

‘जी ! सर, यही बात,’ अफसर बोला,‘ मेरे ख्याल से यही तरीका है कि हम उसके द्वारा छिपाये धन का पता लगा लें। वह उगलकर तो कुछ दे नहीं रहा है, कितने प्रयत्न कर लिये। यह सच है कि उसके पास बहुत धन है ।जब वह जेल से बाहर था तो देश भर में घूमकर उसे लुटाता फिरता था।’ 

सचर सेाचने लगा। उसे चुप देखकर अफसर आगे बोला,‘ निंसदेह यह धन उसका तो है नही उसका विश्वास है कि वह देश का भाग्य विधाता है। वही एक ऐसा व्यक्ति है जो कि इसरायल से विद्रोह नेतृत्व करेगा। अगर कोई विश्वास पात्र बन जाये तो बाकी काम आसान हो जायेगा। ’

पैरी शरणार्थी शिविरों में एकाएक पहुँचता, गरीबों को धन बाँटता और जिस तेजी से आता उसी प्रकार गायब हो जाता । एक गरीब बुढ़िया को 20 पौण्ड का नोट देते हुए उसने कहा था,‘ लो इसे ले जाओ, खाने का सामान खरीद लेना तुम्हें लग रहा है बहुत जरूरत है।’ 

कुछ लोगों के जमघट के बीच पहुँचकर उसने नोटों का बंडल निकाला और चिल्लाया ,‘यह तो अभी शुरूआत है। तुम सभी के अच्छे दिन आने वाले हैं। अपने लिये कुछ सिगरेट खरीद लेना। तुम्हें अच्छे तंबाकू का स्वाद लिये काफी अर्सा गुजर गया होगा। ’

उत्सुक बच्चों की भीड़ ने सुना कि उनके बीच में एक दाता आया है तो भाैंरे की तरह उसके इर्दगिर्द जमा हो गये। उस दुबले पतले व्यक्ति ने अपने लम्बें थैले में हाथ डाला और नोटों का एक बंडल निकाला फिर सावधानी के साथ एक एक बच्चे को एक एक नोट थमा दिया फिर अपने कूल्हों पर हाथ रख पीछे हटा और संतोष के साथ उसकी ओर अचम्भे  से देखने वाली आँखों के घेरे को देखने लगा। 

‘अब भागो, बच्चो, इनसे खिलौने खरीदना ढेर से खिलौने ,चाहो तो मिठाईयाँ भी ले लेना और जैसे तेजी से आता गायब हो जाता। 

इसरायल में हर बच्चा बच्चा पैरी के नाम से परिचित हो गया। अखबारों में उसके बारे में कहानियाँ  छपने लगी। अपने साथ वह नोटों से भरा थैला लेकर चलता अधिकतर टैक्सी ड्राईवर को 10 पौण्ड का नोट वख्शीश में देता था। जिस शिविर मेें जाता सरकार के खिलाफ बोलता और भविष्य में अच्छे दिन आने का वायदा करता । वह शरणार्थियों के लिये घर काम और बच्चों के लिये स्कूल खोलने के इरादे की बात करता । यह अवश्य कहता था जैसे ही वह संगठन तैयार कर लेगा वह कर दिखायेगा । वह दया और सद्भावना का पुतला था। दौलत  जैसे कारूॅ का खजाना थी।

 shesh fir


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