छुट्टी के बाद भागते आते बच्चे
स्कूल की छुट्टी
बहारो क्षण भर को ठहरो
गुलाबों का स्कूल छूटा है
बादलो पल भर बस थम जाओ
आफताबों का स्कूल छूटा है
सागर ने झोली से उलीचे हैं नगीने
मोतियों का स्कूल छूटा है
चले आ रहे हैं कान्हा ही कान्हा
संदीपन गुरू का स्कूल छूटा है
बसन्ती पवन ठहर जा जरा सा
सरसों के फूलों का स्कूल छूटा है
चंदा की कक्षा से पढ़कर
तारों का स्कूल छूटा है
उमड़ती घुमड़ती नदिया चली है
लहरों का स्कूल छूटा है ।
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