Friday, 27 December 2024

purane panne

 जनाब किदवई साहब 

कुछ जानकारों  का कहना है कि यदि महात्मागांधी बटवारे से पहले जनबा आसिफअली को कांग्रेसलीग मन्त्रिमंडल में लेने के लिये जिद न करते,तो आज पाकिस्तान न बनता। जिन्ना साहब बहुत सी बातें मानने को तैयार थे किन्तु आसिफअली को मुसलमानों को प्रतिनिधि स्वीकार करने पर राजी न थे। अब जवाहरलाल जी ने ,ऐसा जान पड़ता है,केवल आपकी खातिर टण्झनजी को पदत्याग करने पर मजबूर किया है ।पहली बार देश का बंटवारा हुआ ,अब शायद कांग्रेस के टुकड़े टुकड़े होंगे।


No comments:

Post a Comment