लार्ड आर्थर का अपराध
लेखक0 आस्कर वाइल्ड अनुवाद, डा0 ष्शषि गोयल
लेडी विन्डरमूरे का ईस्टर से पूर्व दिया गया आखिरी भोज था। छः केन्द्रीय मन्त्री वहॉं उपस्थित थे । सुन्दर महिलाऐं अपनी सुन्दर पोषाकों में इठला रही थीं । आर्ट गैलरी के अंत में कार्लस्यू की राजकुमारी सोफिया खड़ी थी । सीढ़ियाों पर कई राजकीय वहॉं करीब साढ़े ग्यारह बजे तक रही ।
लेडी विन्डरमूरे वहॉं आईं। लार्ड आर्थर एक लंबे सुदर्षन युवक थ्से उस समय वे डचेस से बात कर रहे थे । विन्डरमूरे एक पादरी से लगने वाले युवक को बुलाकर बोली , आइये आप लोगों का परिचय मि0 पोजर्स से कराऊॅं, मि0पोजस्र आप इनका हाथ देाकर बताइये उचेस आप अपने दासताने उतारिये अरे उल्टा, सीधा नहीं , मि0 पोजर्स ये डचेस पेसले हैं और ये मि0 पोजर्स हैं हस्त रेखा विषेशज्ञ । मि0 पोजर्स अगर आप कहेंगे कि डचेस का चन्द्र पर्वत मेरे से ऊॅंचा उठा है तब भी मैं विष्वास नहीं करूॅंगी,’
‘मेरे होश में कोई खास बात नहीं है,’ धीरे से दास्ताने उतारती डचेस बोली।
‘यह तो आपकी ष्शराफत है ‘।मि0 पाजर्स ने डचेस के गुदगुदे और चौकोर उंगलियों वाले हाथ को देखते हुए कहा,‘चन्द्रपर्वत पूरा उभरा नहीं है । जीवन रेखा अच्छी है । जरा कलाई छोड़िये ,धन्यवाद , तीन समानान्तर रेखाऐं कलाई पर ,आपकी उम्र बहुत लम्बी है आप जिन्दगी भर ाुष रहेंगीकृकृ बहुत इच्छाऐं नहीं हैं ,मस्तिष्क रेखा अच्छी है,हृदय रेखा’
‘जरा सोच के मि0पोजर्स’ लेडी विन्डरमूरे चहकीं’ इससे बड़ी खुषी मुझे और कया होगी,मि0 पोजर्स ने सिर झुकाते हुए कहा ,डचेस के हाथ में प्यार की लंबी रेखा है पर कर्तव्य निभाते हुए’
‘हॉं हॉं कहते जाइये ,’ डचेस को मजा आ रहा था
‘बचत में आप विष्वास नहीं करतीं,पोजर्स बोलते गये
‘बचत बहुत अच्छी चीज है ।’ डचेस हंसते हुए बोली,‘जब मैंने पेसले से ष्शादी की उसके ग्यारह महल थे ,एक भी रहने लायक नहीं था,
‘अब उसके पास बारह घर हैं एक भी महल नहीं हैं’लेडी विन्डरमूरे बोली
‘हॉं मेरे तो डचेस कहना चाह रही थी कि मि0 पोजर्स बोले ,‘ आप आराम पसंद हैं, आधुनिकता वादी हैं आराम आधुनिक सभ्यता की देन है ।’
‘ आपने डचेस का हाथ देखकर अच्छा वर्णन किया अब लेडी फ्लोरा का हाथ देखिये’
एक एक कर कई हाथें को पोजर्स ने देखा । उनके मेल खाते वर्णन ने लार्ड आर्थर के मन में भी उत्सुकता जगा दी वे भी अपना हाथ दिखाना चाहते थे लेकिन अपने आप आगे बढ़ने से हिचकिचा रहे थे । वे धीरे से लेडी विन्डर मूरे से बोले कि यदि वे हाथ दिखायें तो मि0 पोजर्स बुरा तो नहीं मानेंगे ।
‘ अरे बिलकुल नहीं लार्ड आर्थर,’ लेडी विन्डरमूरे बोलीं,‘लेकिन कल सेविल मेरे यहॉं आ रही है अगर पोजर्स ने बताया कि तुम बदमिजाज हो या तुम्हें गठिया है तो मैं उसे बता दॅंूगी ।’
लार्ड आर्थर मुस्कराये ,‘ मैं डरता नहीं सेविल मुझे अच्छी तरह जानती है ’ ।
‘सही है शादी अच्छी तरह एक दूसरे को देख समझ कर करनी चाहिये । मि0 पोजर्स लार्ड आर्थर का हाथ देखिये हॉं यह मत बताइयेगा कि वे लंदन की सबसे सुंदर लड़की से शादी करने जा रहे हैंक्योंकि यह तो एक महिने पहले ही मॉर्निंग पोस्ट अखबार में छप चुका है । अव्छा आप इनका हाथ देखिये हम जरा उधर जा रहे हैं ’
लेकिन जब पोजर्स ने लार्ड आर्थर का हाथ देखा तो उनका चेहरा पीला पड़ गया ,एक कंपकपी उनके ष्शरीर में लहरा गई । भौंहें सिकुड़ गई । माथे पर पसीने की बॅूंदें छलछला आईं । उंगलियॉं ठंडी पड़ गई ।
लार्ड आर्थर पोजर्स की दषा देख खुद डर गये उनका मन हुआ कि उठकर भाग जायें,लेकिन क्या बात है यह जानना भी चाह रहे थे ।
‘मैं इंतजार में हॅूं मि पोजर्स। वे बोले
‘ हम सब भी ’ लेडी विन्डरमूरे बोलीं
‘ लगता है लार्ड आर्थर स्टेज पर काम करने जा रहे हैं वह भी सेविल के संग और मि0 पोजर्स बताने में हिचकिचा रहे हैं ’ लेडी जेडवर्ग बोलीं ।
कुछ देर तक पोजर्स आर्थर का हाथ उलटते पलटते फिर अपने को संभाल कर बोले ,‘ यह एक सुदर्षन सभ्य युवक का हाथ है ’
‘ यह तो है ही,’ लेडी विन्डरमूरे बोलीं,पर यह बताइये यह सुदर्षन सभ्य पति भी बनेंगे या नहीं ।’
वह तो सभी आकर्षक युवक होते हैं ,’ मि 0पोजर्स बोले ,‘ हॉं तो कुछ महिने बाद लार्ड आर्थर यात्रा पर जायेंगे ’
‘ हॉं ष्शायद हनीमून पर ’
‘किसी रिष्तेदार को खो देंगे ,’
‘बहन तो नहीं ’ लेडी जेडबर्ग दया भरे स्वर में बोलीं
‘ नहीं नहीं बहन नहीं ,’ मि0 पोजर्स बोले ,‘ किसी दूर के रिष्तेदार को ’।
धत् ऐसी कोई बात नहीं बताई कि मैं सेविल को बता सकॅूं । दूर के रिष्तेदारों की अब कौन परवाह करता है। चलो सब लोग खाने पर चलें ।’
लार्ड आर्थर आग के पास खड़े आने वाले मुसीबत के विषय में सोचते रहे । कहीं सेविल से तो झगड़ा नहीं हो जायेगा उनका चेहरा सफेद पड़ गया था अब तक सुख और ऐष्वर्य में पले लार्ड आर्थर संभावित दुःख से डर गये ं
एकाएक मि0 पोजर्स कमरे में आये । लार्ड आर्थर को देखकर उनका चेहरा पीला पड़ गया । दोनों की ऑंखें मिली एक चुप्पी फैल गई ।
‘डचेस अपना दास्ताना यहॉं भूल गईं थीं लार्ड आर्थर, अरे यह रहा कहकर जैसे ही वो जाने लगे लार्ड आर्थर बोले ,‘ मि0 पोजर्स मैं जो प्रष्न पूछूॅं उसका मुझे साफ साफ जबाब दे दीजियेगा ’
‘फिर कभी ,लार्ड आर्थर, डचेस इंतजार कर रही हैं ।’
‘ नहीं आप नहीं जायेगे , डचेस को कोई जल्दी नहीं है,’ इस समय डचेस उनके लिये कोई मूल्य नहीं रखती थी ,‘ आप सच सच बताइये आपने मेर हाथ में क्या देखा? सच बताइयेगा ,मैं बच्चा नहीं हॅूं ।’
‘ पोजर्स की ऑंख चष्मे के अंदर मिचमिचाई,व्यग्रता से बोले ,‘ यह आप कैसे कह सकते हैं कि मैंने कुछ देखा है ।’
‘ मैं जानता हॅं और जानना चाहता हॅूं वह क्या है मैं तुम्हें सौ पाउन्ड का चैक दॅंूगा ।’
‘ सौ पाउन्ड ’
‘ हॉं मैं कल ही चैक भेज दॅूंगा आप पता दीजिये ’
मि0 पोजर्स ने अपने वेस्टकोट में से कार्ड निकाल कर थमा दिया,‘ मैं दस से चार बजे तक देखता हॅूं परिवार के लिये पैसे कम ।’
‘जल्दी करो ,’ लार्ड आर्थर ने उत्सुकता से हाथ बढ़ाते हुए कहा ।
‘जरा समय लगेगा लार्ड आर्थर आइये बैठ लें ,’ कहकर मि0 पोजर्स ने मैग्नीफाइंग ग्लास निकाला उसे पोंछ कर लार्ड आर्थर का हाथ थाम लिया ।
दस मिनट बाद भयभीत चेहरे और दुःख भरी ऑंखों के साथ लार्ड आर्थर वैन्टीक हॉल से तेजी से बाहर जा रहे थे । पुलिसवाला, भिखारी अजीब सी नजरों से उन्हें देखने लगे । लैम्प पोस्ट के नीचे लार्ड आर्थर ने दोनों हाथ देखे । उन्हें लगा उन पर खून के दाग पड़े हैं । मुॅंह से चीख निकल गई ।
‘हत्या ’ हस्त रेखा विषेषज्ञ ने यही देखा था । वे रेलिंग के सहारे खड़े हो गये ,पेड़ों की आती सांय सांय उनके कानों में टकराने लगी । हत्या’, हत्या बार बार बुदबुदाने लगे । अपने ही ष्शब्द उन्हें बार बार सहारा दे रहे थे ।
कुछ देर बाद उन्होंने अपने को मेलबॉर्न चर्च के समीप पाया । सड़क चॉंदी के रिबन के समान चमक रही थी । दूर लैम्प की रोषनी टिमटिमा रही थी । एकाएक उन्हें लगा कोई उनका पीछा कर रहा है । रिच स्ट्रीट के कोने पर दो व्यक्ति कागज के टुकड़े को पढ़ रहे थे । उत्सुकतावष वे भी वहॉं पहुॅच गये । बड़े बड़े काले अक्षर में हत्या शब्द छपा देख चौंक गये । हत्यारे का सुराग देने वाले को इनाम की घोषणा थी । लगा सारा रक्त चेहरे पर जमा हो गया है । बार बार घोषणा पढ़ने और हत्यारे का चेहरा देखने लगे । कभी उनकी तस्वीर भी जगह जगह चिपकी होगी । उनके भी सिर पर इनाम होगा । सोचने मात्र से उन्हें लगा वो वर्षों से बीमार हैं । रात भर इधर उधर भटकने के बाद जब वे बंगले पर पहुॅंचे तो आसमान में हल्की हल्की सफेदी झांकने लगी थी और चिड़िया चहचहा रही थीं ।
जब लार्ड आर्थर की ऑंख खुली बारह बज चुके थे । रेषमी पर्दे पर सूर्य की प्रखर किरणें टकरा रही थीं । नाष्ते के बाद वो अधलेटे सिगरेट फूंकते सामने लगे सेविल के फोटोग्राफ को देखने लगे , सिर हल्का सा झुका हुआ था मानो पतली गर्दन सुन्दर चेहरे का भार न उठा पा रही हो । ग्रीक सुंदरियों की सी सुंदरता वाली सेवल लाखों में एक थी ।एकाएक दया का सा भाव उभरा ,इतनी सुंदर स्त्री से शादी की तारीख बढ़ानी पड़ेगी ।
रात की भावनाऐं अब शांत हो गईं थी । अपने रात भर भटकने पर उन्हें ष्शरम आई कि वे इतने अव्यावहारिक कैसे हो गये ?
aage bhi
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