करोड़पति भिखारी
लेखक॰ आस्कर वाइल्ड अनुवाद डा॰ शशी गोयल
अगर कोई व्यक्ति धनवान है तो उसका सुन्दर असुन्दर होना कोई अर्थ नही रखता । प्रेम अमीरों का अधिकार है बेकार व्यक्ति का इससे कोई लेना देना नही है।गरीबों को हमेषा व्यावहारिक होना चाहिये। आधुनिक सभ्यता की ये सचाइयाँ हैं। लेकिन ह्नयूज एरिस्निक यह कभी नही समझ पाता । बेचारा ह्नयूज! बौद्विक रूप से उसकी कोई महत्ता नही है न अपनी ंजिन्दगी में उसने कोई महत्वपूर्ण कार्य किया न कोर्इ्र ऐसी वैसी बात ही की। लेकिन वह भूरे बाल, तीखे नाक नक्श और भूरी आँखो वाले सुदर्शन व्यक्तित्व का मालिक था। वह पुरूषों के बीच भी उतना ही लोकप्रिय था जितना महिलाओं के बीच। वह अन्य सभी कार्यो में बहुत चतुर था सिवाय पैसा कमाने के । पिता ने विरासत में पेनिनसुला युद्ध का पन्द्रह खंडो में इतिहास और एक छोटी तलवार छोड़ी थी। ह्नयूज ने तलवार शीशे के ऊपर और इतिहास को शैल्फ मे सजा दिया था। उसने करने की तो बहुत कुछ सोची, छः महीने तक स्टॉक एक्सचेंज गया लेकिन सांड़ो और भालुओं के बीच नाजुक तितली क्या कर सकती है। कुछ दिन यूखी शैरी बेची उससे भी कुछ नही हुआ। अंन्त में वह कुछ नही बना वह बना बुद्धिजीवी। ऊपर से मुश्किल यह कि वह प्रेम में और पड़ गया।
लड़की का नाम था लोरा मार्टिन भूतपूर्व कर्नल की पुत्री जो अपना क्रोध और हाजमा भारत में छोड़ आया था, और फिर उसे कभी नही पा सका। लोरा ह्नयूज की पूजा करती थी और ह्नयूज लोरा के जूते के फीते तक चूमने को तैयार रहता था। लंदन का यह सुन्दरतम जोड़ा था लेकिन उसके पास फूटी कौड़ी भी नही थी। कर्नल को ह्नयूज बहुत पंसद था लेकिन सगाई की बात सुनने को तैयार नही था।
‘जब तुम्हारे पास दस हजार पाउन्ड हो जाये मेरे बच्चे तब इस विषय में बात करना ,’वह कहता। ह्नयूज बहुत उदास रहता था। लोरा उसे सात्वना देने जाया करती थी।
एक दिन वह सुबह जब हॉलैंड बाग की ओर जा रहा था रास्ते में एलन ट्रेवर के यहाँ रूक गया। टैªवर चित्रकार था। आजकल तो हर कोई चित्रकार है लेकिन वह चित्रकार होने के साथ साथ कलाकार थी था। स्वयं उसका चेहरा तो बहुत सूखा था लेकिन उसी के तूलिका में चमत्कार था उसके बनाये चित्र हाथों हाथ बिक जाते थे। टैªवर ह्नयूज को देखकर उसकी ओर पहली ही बार में आकर्षित हो गया था।
चित्रकार को ऐसे व्यक्तियों की जानकारी होनी चाहिये। वह कहा करता था जो सुन्दर सुदर्षन हों और बात करने में पता लगे बौद्धिक हैं। कुछ भी तो जब से ट्रैवर ने ह्नयूज को देख था वह उसे अपना मित्र बना बैठा था और ह्नयूज को उसके स्टूडियो में आने की पूर्ण स्वतन्त्रता थी।
जब ह्नयूज टैªवर के स्टूडियो में पहुँचा टैªवर एक भिखारी के आदमकद चित्र को आखिरी हाथ लगा रहा था। स्टूडियो के कोने में बने ऊँचे चबूतरे पर वह भिखारी बैठा था। वह एक वृद्ध व्यक्ति था। चेहरा झुरियों से भारा था चेहरे पर दयनीयता के भाव थे। उसके कंन्धे पर जगह जगह से फटा पैबंद लगा मोटा कोट झूल रहा था। उसके जूते जगह जगह से गठे हुए थे। एक हाथ से वह लकड़ी पर दबाब डाल कर बैठा हुआ था। दूसरे हाथ मंे भीख के लिये ख्ुाला हैट था।
‘क्या बढ़िया मॉडल है ’मित्र से हाथ मिलाते हुए वह फुसफूसाया
‘बढ़िया मॉडल टैªवर जोर से चिल्लाया ऐसे मॉडल तो कभी कभी मिलते हैं। यह मेरी खोज है । मेरा भाग्य सितारा ।’
‘बेचारा ’ह्नयूज बोला ‘कितना दयनीय लगता है इसका भाग्य इसके चेहरे पर झलक रहा है। ’
‘वो तो है ही’ टैªवर बोला,‘ पर क्या तुम्हें अच्छा लगेगा कि एक भिखारी का चेहरा प्रसन्नता लिये हो।’
‘एक मॉडल को एक बार की बैठक का क्या मिलता है?’ दीवान पर आराम से बैठते हुए ह्नयूज ने पूछा
‘एक घंटे का एक शिलिंग’
‘तुम्हें तुम्हारे चित्र की क्या कीमत मिल जाती है।’
‘दो हजार’
‘पाउन्डस ?’
‘गिन्नियाँ चित्रकार कवि हमेशा गिन्नियाँ पाते हैं।’ टैªवर ने कहा
‘अरे ! मॉडल को भी छः प्रतिशत अवश्य मिलना चाहिये। वह भी उतना ही परिश्रम करता है जितना तुम लोग।’ ह्नयूज चिल्लाया ।
‘बकवास, तुम्हीं देखो केवल रंगते रहना ही नही सारे दिन एक टाँग पर ईजल पर भी खड़े रहना पड़ता है । कहने में अच्छा लगता है पर पूरी मेहनत का काम है।‘अच्छा अब बात मत करो ध्यान हटता है तुम तब तक सिगरेट पियो।’
कुछ ही देर बाद नौकर आया और बोला ,‘आगवाला बात करना चाहता है।’
‘ चले मत जाना ह्नयूज ’टैªवर बोला,‘ मैं जरा देर में आता हूँ। ’
टैªवर की अनुपस्थिति का भिखारी ने भी फायदा उठाया और पीछे पड़ी लकड़ी की बेंच पर लेट गया। वह इतना एकाकी और बेसहारा लग रहा था कि ह्नयूज को उस पर दया आये बिना नहीं रही। उसने अपनी जेब टटोली । कुछ शिलिंग पड़े थे। बेचारा बूढ़ा उसने सोचा इसे इनकी मुझसे अधिक आवश्यकता है। कोई बात नही पन्द्रह दिन जरा हाथ तंग रहेगा। वह उठा और वे सिक्के भिखारी के हाथ में दे आया।
बूढ़े ने उसे देखा एक फीकी मुस्कराहट उसके चेहरे पर आई ‘धन्यवाद साहब ,’वह बोला ,‘बहुत बहुत धन्यवाद ’टैªवर के आते ही ह्नयूज ने उससे आज्ञा ली। सारा दिन लोरा के साथ बिताया। उसे भिखारी के विषय में बताया साथ ही उससे अपनी फिजूल खर्ची के लिये डॉट खायी और घर चला गया।
रात ग्यारह बजे के आसपास वह क्लब गया। उसने देखा सामने ही टैªवर बैठा धुआ उड़ा रहा था।
‘एलन क्या तुम्हारा चित्र पूरा हो गया।’ सिगरेट जलाते हुए ह्नयूज ने पूछा। ‘खतम भी हो गया ओर उसे मढ़वा भी दिया।’ टैªवर बोला ,‘लेकिन एक बात है वह बूढ़ा मॉडल तुमसे खूब प्रभावित हुआ है। उसे मैने तुम्हारे बारे में सब बताया है कि तुम कौन हो कहाँ रहते हो क्या करते हो क्या कमाते हो और क्या करना चाहते हो ? ‘क्या? ’ ऐलन ह्नयूज चिल्लाया ,‘तुमने तो ऐसे सब बता दिया कहीं घर जाऊं तो बैठा ही न मिले। तुम मजाक कर रहे हो मुझे वास्तव में उस पर दया आ रही है । मै उसके लिये कुछ करना चाहता हूँ। हे ! भगवान ऐसी गरीबी। ऐसा है एलन मेरे पास कुछ पुराने कपड़े पड़े हैं अगर उसे दे दूँ तो कैसा रहेगा उसके चिथड़े बिल्कुल गल गये हैं। लेकिन इन कपड़ों में वह लगता बहुत अच्छा है , ’’ टैªवर बोला ,‘तुम जिन्हें चिथड़े कह रहे हो मैं उन्हें अनुभव कहूँगा तुम्हारे लिये वह गरीबी है मेरे लिये कला का विषय ।ख्ैार में उसे तुम्हारी पेशकश के विषय में बता दूँगा।’
एलन ह्नयूज बोला,‘ तुम चित्रकार लोग ह्नदयहीन होते हो।’
‘एक चित्रकार का ह्नदय उसका सिर है। ’टैªवर बोला,‘ हमारा व्यापार संसार जैसा है उसे चित्रित करना है न कि उसे सुन्दर बनाना। अच्छा लोरा बताओ कैसी है उस बूढ़े मॉडल को भी उसमें बड़ी दिलचस्पी हो गई है।’
‘क्या मतलब है तुम्हारा तुमने लोरा के विषय में भी बता दिया ,’ह्नयूज बोला।
‘ बिल्कुल उसे सब मालुम है उस कर्नल के विषय में, लोरा के विषय में और दस हजार पाउन्ड के विषय में भी ।’
‘तुमने उस बूढ़े मॉडल को मेरी सारी व्यक्तिगत बातें बता दी।’ ह्नयूज जेार से बोला। वह गुस्से से लाल हो रहा था।
‘ मेरे बच्चे,‘ टैªवर मुस्कराते हुए बोला,‘ वह बूढ़ा भिखारी जैसा कि तुम कहते हो यूरोप का सबसे अमीर व्यक्ति है। वह कल ही सारे लंदन को एक झटके में खरीद सकता है। उसका हर राजधानी में एक घर है। सोने की प्लेटों में खाना खाता है। जब चाहे तब रूस को युद्ध से रोक सकता है।’
‘तुम कहना क्या चाहते हो ?’ ह्नयूज आश्चर्य से चिल्लाया।
‘ मैं कह रहा हूँ ,’टैªवर बोला ,‘आज जिस बूढ़े को मेरे स्टूडियो में देखा था वह बैरान हैसबर्ग है वह मेरा मित्र है सारे चित्र खरीदता है। उसने मुझे भिखारी के रूप में चित्रित करने के लिये पहले ही रूपया दे दिया था। मेरे चिथड़ों में वह जम खूब रहा था। वह सूट तो मैने स्पेन में लिया था बहुत पुराना था।’
‘बैरान हैसबर्ग’ ह्नयूज भौचक्का सा बोला,‘ हे भगवान और मैने उसे सिक्के दे दिये। ’वह आराम कुर्सी में हताशा में गिर पड़ा।
‘क्या तुमने उसे शिलिंग दे दिये’। टैªवर बोला फिर ठठा कर हँस पड़ा ।‘ मेरे प्यारे बच्चे अब वह तुम्हें कभी नही दिखेगा। ’
‘तुम्हें मुझे बता देना चाहिये था ’ह्नयूज डूबते स्वर में बोला ,‘कैसी बैवकूफी कर बैठा मैं।’
‘सही तो यह है ह्नयूज ’ टैªवर हँसते हुए बोला,‘ मुझे अंदाज ही नही था कि भीख के टोप को तुम इतनी गंम्भीरता से ले जाओगे। मैं वैसे उस समय किसी को आने देने के लिये तैयार नही था फिर मैने सोचा तुम आ ही गये हो तो बैठ जाओ हो सकता है हैसबर्ग को अपना परिचय इस प्रकार की पोशाक में अच्छा न लगे इस लिये मैने कुछ बताया नहीं।’
‘वह मुझे बिल्कुल गधा समझ रहा होगा।’
‘नही बिल्कुल तो नहीं जब तुम चले आये वह बहुत प्रसन्न था। बार बार अपने झुर्रीदार हाथों को रगड़ रहा था। मेरी समझ नहीं आया था कि वह तुम्हारे बारे में इतना पूछने को क्यों उत्सुक है। लेकिन अब देखना तुम्हारे उन शिलिंगो का ब्याज हर छः महिने पीछे भेजा करेगा और पार्टियों में किस्सा सुनाया करेगा।’
‘मैं हंूँ ही अभागा,’ ह्नयूज गुरगुराया,‘ अच्छा एलन मैं सोने जाता हूँ पर देखो किसी को बताना नहीं, नहीं तो किसी को मुॅंह दिखाने काबिल नही रहूँगा।’
‘बेकार की बात है ह्नयूज यह तो तुम्हारा दयालु ह्नदय दिखलाता है । भागो मत एक सिगरेट और पी जाओ और लोरा के विषय में बताओ। ’लेकिन ह्नयूज रूका नही अप्रसन्न घर वापस आ गया। उधर ऐलन को हँसी के दौरे पड़ रहे थे।
अगले दिन जब ह्नयूज अपना नाश्ता कर रहा था। नौकर एक कार्ड लाया जिस पर लिखा था ‘
गुस्ताव नॉडिस बैरॉन हैसबर्ग की तरफ से ’
अब इसे क्यों भेजा है शायद मेरा मजाक डड़ाने के लिए ह्नयूज बड़बड़ाया और नौकर से उसे ऊपर भेजने के लिये कहा।
सफेद कपड़ों में एक बूढ़ा व्यक्ति सोने का चश्मा पहने ऊपर कमरे में आया और बोला ,‘क्या मैं ह्नयूज एरोस्किन से बात कर रहा हूँ।’ उसका लहजा फ्रांसीसी था।
ह्नयूज ने सिर हिलाया
‘मुझे बैरान हैसबर्ग ने भेजा हैै।’
‘बैरॉन ? कृपया महाशाय आप उनसे मेरी तरफ से माफी माँग लीजियेगा ।’ हकलाते हुए ह्नयूज बोला,‘ बैरॉन ने ’वह बूढ़ा मुस्कराते हुए बोला ,‘मुझे आपके पास यह पत्र लेकर भेजा है।’ यह कहकर एक बंद लिफाफा पकड़ा दिया।
लिफाफे के बाहर लिखा था ह्नयूज एरिस्किन और लोरा के विवाह की भेंट एक भिखारी की ओर से।
अंदर दस हजार पाउन्ड का चैक था।
जब उनका विवाह हुआ टैªवर सहवाला बना था। और बेरान ने प्रीति भोज के समय भाषण दिया करोड़पति मॉडल बहुत कम होते हैं एलेन ने कहा लेकिन भगवान की कसम मॉडल करोड़पति अब भी बहुत मुश्किल से मिलते हैं।
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