Monday 24 August 2020

इलाज

  इलाज


‘मैडम जी बच्चे को मौत उल्टी दस्त हो गये हैं ’परमा का चेहरा उतरा हुआ हो रहा था।

‘ डाक्टर को दिखाओ ’अखबार पर से नजर उठाकर प्रभाजी ने परमा की ओर देखा।

‘ मैडम जी पहले तो कैमिस्ट से दवा लाई थी परन्तु बाते कोई फायदा नाय भयौं तो जिला अस्पताल ले गई, परौं तो नम्बर ही नाय आयौ। कल डागदरनी आई नही छोटी डागदरनी ने बोई दवाई बताई जो कैमिस्ट ने बताई कोई घोल बाई ऐ पिलाओं हतो , पर कछु नाय है रहो वाकी हालत बिगर रही है का करूँ ? परमा उकहू बैठ गई सांवला चेहरा रूआसा हो रहा था। 

दस साल का बेटा तीन दिन से उल्टी बुखार दस्त में पड़ा था। और सब जगह तो वो छुट्टी कर के अस्पताल दिखाने गई थी पर प्रभाजी के यहाँ उसने छुट्टी इस आस से नही की थी मैडम बहुत दयालु है सड़क पर पड़े जानवरों तक को उठा लाती है ंऔर दवाई कराती है बच्चे पर भी दया करेंगी ’।

‘ क्या करूँ परमा, मुझसे किसी का दुख देखा नही जाता  इस चक्कर में बहुत बेवकुफ भी बनती हूँ ’’कई बार प्रभा जी कह चुकी थी। उसका बेटा तो इंसान का बच्चा है जरूर मदद कर देगी इनके तो इत्ते डाक्टर पहचान के हैं सबन की फीस तो इत्ती ज्यादा है कि बस एक बार दिखाने मे एक घर की एक महिने की तनाख्वाह निकल जाये। 

परमा ने बड़ी आस से प्रभाजी की ओर देखा।‘ छुट्टी बुट्टी तो करियों मत नमक चीनी का घोल बराबर पिलाना पानी की कमी मत होने देना। किसी अच्छे डाक्टर को दिखा लें देर मत कर अच्छा।’

‘ आप काई ए दिखवा देा मैडम जी आपकी तो इत्ती पहचान हैं’

 मैं किससे कहूँ ऐसा कोई नही है सब फीस तो लेते ही हैं ,देख आलमारी के बीच  वाले खाने में जो डिनरसैट रखा है ठीक से साफ कर दे आज कुछ लोग शाम को आयेगें वही निकालूगीं। ठीक है जा इलाज करा ले बच्चे का। 

कहती प्रभाजी ने अखवार समेट कर एक ओर रख दिया। तभी नौकर ने खबर दी आज इंजू ने खाने के बाद तुरन्त उल्टी कर दी कुछ हरी हरी सी उल्टी है इंजू यानि उनका पमेरियन डाॅगी। क्या ? वो बैचेने उठ खड़ी हुई लगता है उसे सरर्दी लग गई है। रात खुले में चला गया था ड्राइवर से कहा ‘गाड़ी निकालों उसे दिखा लाऊँ कहती वे कपड़े  बदलने चली गई ,जाते जाते परमा को फिर हिदायत दे गई कि बीच के खन के बोन चाइना के सैट को पोंछे बिना न जाये। 

दूसरे दिन परमा नही आयी ,पता लगा बच्चा बच नही सका। अभी दो तीन दिन काम पे नही आयेगी । 

‘लदर पदर ये लोग बच्चे पैदा तो कर लेते हैं पर इलाज भी ठीक से नही करा सकते ,कितने बच्चे हैं और, हैं न ’

हाँ जी तीन बच्चे ओर हैं’

‘ चलो औरों का ध्यान रखे’ वो इंजू की देखभाल में लग गई।  


 




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