प्रतिदिन दुर्घटना से म्रत्यु अखबार तो भरे होते ही हैं परिचित व्यक्तियों की भी पता लगता है तेज रफ़्तार गाड़ी या तेज बाइक की वजह से म्रत्यु या घायल कहीं कहीं पूरे पूरे परिवार ख़तम हो जाते हैं और कारण है तेज रफ़्तार तेज रफ़्तार लायक न चलने की अक्ल न वहां चलने के लिए सड़क। उबड़ खाबड़ सड़कें दम दम पर गढ़े जहाँ पैदल भी लाद्खादा जाये बिना उपयुक्त प्रशिक्षण लिए बस स्टेयरिंग पकड़ना आया और गाड़ी ले भागे यहाँ हर व्यक्ति जल्दी मैं है एक ही जिन्दगी मैं वह सब कुछ पा लेना चाहता है संतोष तो पंडोरा के बॉक्स मैं बंद रह गया है यहाँ हर किसी को जल्दी हर कोई आगे निकल जाना चाहता है फिर वाहन बनाने वाले कैसे पीछे रह जायं उनके वहां की विशेषता अब तेज रफ़्तार होती है युवाओं मैं उसके प्रति आकर्षण माँ बाप हैं कि आंख मैं आंसू भरे बीते हैं उपदेशक उन्हें सांत्वना देते हैं की सारे ही तुम्हारे बच्चे हैं पर कहने और करने मैं बहुत अंतर होता है
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