Tuesday, 30 August 2022

chitthi

 


मां 

एक समय आता है जब कोई हमें टोकता है रोकता है तो हमें बुरा लगता है। हम अपने केा इतना बड़ा और समझदार समझने लगते हैं कि हमें किसी का भी कुछ हमारे लिये करना एहसान लगता है। लेकिन वह एहसान  सा समझी जाने वाली भाषा कितनी प्यारी हो जाती है तब वो नहीं रहती ।

लक्ष्मी

हर कोई चाहता है उसके पास अपार दौलत हो समृद्धि हो। इसके लिये सारे प्रयत्न करता है। यहां तक कि टोने टोटके भी । कितनी ही पूजा धन की प्राप्ति के लिये लक्ष्मी जी की की जाती हैं। लेकिन कभी विष्णुजी की व्यथा भी समझी है ?

चिट्ठी

एक लड़की घर छोड़ देती है तब वह अपने पीछे न जाने कितनी निषानियां छोड़ जाती है जिन्हें पीछे से विदा करने वाले सहेजते रहते हैं। अब चिट्ठियां नहीं लिखी जाती बातें फोन पर हो जाती हे लेकिन पहले लिखी चिट्ठियां कागज के नीचे आलमारी के अखबार के नीचे सा पुस्तक में मिल जाती हैं तब जीवन लौट आता है विषेष जब मां की चिट्ठी मिलती है ।


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