Friday, 15 October 2021

josh mahilaon main

 अब एकल परिवार होने के कारण महिलाओं पर समय ही समय रहता है । साथ ही न रोक न टोक न संकोच असलिये समाज सेवा का एक नया जोश महिलाओं में उत्पन्न हो गया है किटी पार्टियों से तो बहुत अच्छा है कि समाज में अपना समय दे रही हैं महिलाओं के साथ साथ समाज में कोई कहीं भी भ्रष्टाचार दमन दलन आदि की नीति अपनाई जाती है तो महिलाऐं विरोध में उठ खड़ी होती हैं लेकिन चूड़ियां देकर विरोध प्रकट करने का मतलब है आप महिलाआंे को कमजोर मान रही हैं क्योंकि उसने चूड़ी पहन रखी है चूड़ी पहनना अर्थात आप पुरुष के समकक्ष न होकर महिलाओं के समकक्ष हैं जो पराधीन है निर्भर हैं अक्षम हैं कुछ कर नहीं सकती हैं उन महिलाओं में से हैं जो चुड़ी पहन कर घर में बैठी हैं अर्थात जो महिलाऐं गृहस्थी चला रही हैं वे भी अक्षम कमजोर वर्ग है । फिर महिलायें किस प्रकार से अपने को सक्षम साबित कर सकती हैं वे अधिकारी पर चूड़ी फेंक सकती हैं  िक वह टूट जाये 80 प्रतिशत महिलाओं के हाथ में चूड़ी या कड़े रहते हैं और इस श्रंगार को वो उतारना भी नहीं चाहती  पैन्ट शर्ट पहनने वाली महिला के साथ में कड़ा होगा पर होगा यह जरूरी नहीं है  िकवह सुहाग चिन्ह के रूप में पहने इसका मतलब है वे स्वयं स्वीकारोक्ति कर रही हैं कि वे चूड़ी पहनती हैं  वे कमजोर हैं वे असमर्थ हैं चूड़ी भेंट देकर चूड़ी का अपमान करना है यह स्वयं का अपमान है अपने धारण करने की वस्तु का अपमान कर स्वयं को गिराना है। अधिकारी पर चूड़ी फेंक कर मारती हैं  िकवे टूट जाती हैं यदि अधिकारी कहदे आप सक्षम हैं आप चूड़ी पहनना बंद करो लाओ आपकी चूड़ी मैं तोड़ देता हूं आप पुरुष समकक्ष हो जायेंगी । तब महिलाओं का रौद्र रूप देखने वाला होगा एक उबाल के लिये अच्छा फंडा ।

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