माॅं तुम ज्ञान देने वाली हो
जब चारों ओर संषय होने लगता है
तब हम कहाॅं जाएॅं
तुम्हारी छवि का घ्यान ही हमारी
अज्ञानता को दूर कर देता है
ष्षारदे हम एक दीप जलाते हैं
और बस इतना जानते हैं
कई लयबद्ध सितार बज रहे हैं
तो वह भी आपकी उपासना कर रहे हैं
माॅं तुम ज्ञान देने वाली हो
जब चारों ओर संषय होने लगता है
तब हम कहाॅं जाएॅं
तुम्हारी छवि का घ्यान ही हमारी
अज्ञानता को दूर कर देता है
ष्षारदे हम एक दीप जलाते हैं
और बस इतना जानते हैं
कई लयबद्ध सितार बज रहे हैं
तो वह भी आपकी उपासना कर रहे हैं
तू है तेरे आस्तित्व के लिये दुनिया से लड़ा था मैं
दुःख आया तो तू कहाॅं है तू कहीं नहीं है अड़ा था मैं
जर्रे जर्रे में तू है तो बता ए ईष्वर
नन्हीं बच्ची को कुचलने वाले में नहीं था क्या तू ?
दरख्त पर बैठी चिड़िया को बाज लेकर उड़ गया
कुछ देर पहले चिड़िया ने भी कीड़े का घर उजाड़ा था।
लोग तो धरती से आसमान में उठ झूम उठते हैं
पर यह चांदनी देखो आसमान से धरती पर आकर खुष है ।
झूम झूम कर नृत्य कर गीत गा रहा था भगवान् तेरे
नीचे गड्ढ़ा आ गया तो मुॅह से गाली निकली।
भूखे पेट में अग्नि इस कदर घधकती है कि
कड़कड़ाते जाड़े में भी आसमान की चादर ओढ़ कर सो जाते हैं
डा॰ ष्षषि गोयल