Tuesday 21 August 2018

yaden

यादें  गुल्लक की  तरह  हैं  जब  उन्हें खोल कर  गिनने बैठ जाते  हैं  बजा बजा कर खनखनाते हैं  बचपन को पल  याद  करते हैं  बीता कल से हमेशा  अच्छा होता  है दुःखों  से निकल कर बहुत सुख मय  जीवन  जी  रहा होगा उसके बचपन मैं भी कुछ पल अवश्य अच्छे होंगे  जिन्हे  याद    करता   पलटता  रहता  है 

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