जेसे जेसे काला धन बढ़ता है कपडे सफ़ेद और खून भी सफ़ेद हो जाता है ऊपरी त्वचा साफ हो जाती है .जब आम आदमी था गेहूं की रोटी खाता था गेहूं सा रंग था रंग बिरंगे कपडे पहनता था जब बड़ा आदमी हो गया (कैसे भी नेता अभिनेता या बिज़नस वाला मेरा रंग भी सफ़ेद हो गया क्योंकि बुट्टर नान खता हूँ मैदे की रोटी खाता हूँ..अब झक सफ़ेद कपडे पहनता हूँ. क्योंकि दाग अच्छे होते हैं छुड़ाने को कुर्सी का ब्लीच है ही .