Sunday, 15 September 2013

safal

आज वह  सफल है जिसने सर्वाधिक घोटाले किये हैं और हेराफेरी कर अरबों रुपये जमा किये है  घोटाले करने के साथ उनके सीने चौड़े  ही हैं और उन पर किसी प्रकार की आंच नहीं आई है  वे सफलतम व्यक्ति हैं। पहले धन कमाने के लिए व्यापारिक बुद्धि  दूरदर्शिता चाहिए थी पुराने औद्योगिक  घराने व्यापारिक बुद्धि की वजह से देश के सर्वाधिक धनीमानी  व्यक्ति  हुए मणि से तात्पर्य  माननीय है  क्योंकि धन  कपट से नहीं कमाया होता था  वे असली धनि होते थे  तो सबका आदर भी प्राप्त करते थे  अब सफल वाही है जो सबसे अधिक छल  कपट से धन एकत्रित कर सकता है  पर वे माननीय नहीं होते  अब धन सर्वोपरि हो गया है  तो हम पुरने कुछ नेताओं को या शहीदों को माननीय नहीं मानेगे क्योंकि उन्होंने धन नहीं जमा  किया देश  को बेचा  नहीं उनके घर वाले बड़े बड़े पदों पर न होकर साधारण जिंदगी जी रहे है  उनके बैंको मैं कागज की गड्डिया  नहीं हैं  उनका परिवार कहाँ है कैसा है किसी को नहीं मालूम  हाँ पैसा वाला  तरणताल मैं कितनी लड़कियों के साथ है यह सबको मालूम है उनको छींक भी आती है तो सारे देश मैं उसकी आवाज गूँज उठती है  अब्सफल वो जिनके कुर्सी पर बैठते ही कुर्सी सोने की हो जाती है और घर महल
देश हमारा  हमको प्यारा खालो खालो खालो
बीस बीस पैसे करके तुम रूपया एक बचालो
हम महलों की बात करें  ,तुम कुटिया एक छ्वालो देश --
सौ रुपये जब हो जाएँ तो हमको देदो दान
अनशन और उपवास करो  यह करता है कल्याण
लेकर के खडताल हाथ मैं गलो गालो गालो
घोटालों की बात न पूछो खालो खालो खालो

No comments:

Post a Comment