चुनाब आगये राम नाम का जिन्न फिर बाहर आ गया तरस आता है एक दिन एसा था बेचारे राम जी अच्छे खासे छत के नीचे थे एसा झगडा पड़ा उनकी छत भी गई करें भी क्या छत देने वाले बार बार परदे के कोने पकड़ कर खड़े हो जाते हैं कोई कहता है मैं जो कह रहा हूँ वही सचमैं सबसे ताकतवर दूसरा ताली बजाता है राम को एक तरफ रखो मुझसे भिडो मैं ताकतवर और उन्हें जनता एक तरफ रख देती है पहले तय कर लो इससे तो लाला को ही बुलालो लड़ेंगे तो नहीं तो फिर सब मिल कर राम जी को बुलाने लगते है एक बार सबसे ताकतवर कौन यह सवाल उठा समुन्दर ने कहा 'मुझसे ताकतवर कौन है जहाँ चाहे फ़ैल जाऊ सुनामी मचा दूं इस पर पहाड़ ने कहा 'नहीं मुझसे ज्यादा ताकतवर कौन है समुन्दर को मेरे आगे झुकना से बाहर कर देते हैं पड़ता है पहाड़ों का समुन्दर कुछ नहीं कर पाटा मैं समुन्दर को कहो तो लाशों से पात दूं देखा नहीं अभी उत्तराखंड मैं जरा सा कुल्ला ही किया था। इस पर हवा ने कहा शट अप मझसे ज्यादा पावरफुल कैसे सुनामी तूफ़ान मेरी वजह से असर छोड़ते हैं इस पर पवनपुत्र हनुमान ने कहा आज के दौर मैं हर बाप अपने बेटे से खौफ खता है सो आप से ज्यादा पावरफुल मैं . इस पर सबने कहा , हे हनुमान तुम सबसे ज्यादा पावरफुल कैसे हो सकते हो तुम तो खुद राम के सेवक हो सबसे ज्यादा पावरफुल तो राम हुए न . हनुमान जी ने मुस्कराते हुए कहा , चलो राम जी से पूछ लेते हैं , रामजी ने बताया , ब्रह्माण्ड मैं सबसे ज्यादा पावरफुल आप मुझे मानते हैं न मुझसे ज्यादा पावरफुल भाजपा है सबने पुछा , वो कैसे ?
"अरे उनकी ही पॉवर है जब चाहे उनकी मर्जी होती है तो आपने एजेंडे मैं शामिल कर लेते जब मर्जी होती है एजेंडे से बाहर कर देते हैं
राम नाम लड्डू अयोध्या नाम घी
मंदिर नाम मिश्री तो घोरिघोरी पी
"अरे उनकी ही पॉवर है जब चाहे उनकी मर्जी होती है तो आपने एजेंडे मैं शामिल कर लेते जब मर्जी होती है एजेंडे से बाहर कर देते हैं
राम नाम लड्डू अयोध्या नाम घी
मंदिर नाम मिश्री तो घोरिघोरी पी
No comments:
Post a Comment