आम जनता का काम केवल और केवल गिड़गिड़ाना है हे देवो के देव हमारे परम पिता हमारे नेता आप तो पांच साल मैं एक बार गिड़गिड़ाते हैं बाकी समय तो जनता ही गिड़गिड़ाती है हम तो रोज गिड़गिड़ाते हैं न लकड़ी है न कोयला न कंडे न बिजली अधिकतर जमीन के मालिक आप नेता बनते ही हो जाते हैं या आपके गुर्गे अर्थात बड़े ग्रुप जिन्होंने पैसा लगाया ही इसी शर्त पर होता है उनके बड़े बड़े मॉल कारखाने इंडस्ट्री खड़ी हो जाती हैं हमारे पास तो आपके घरों के आसपास फुटपाथ पर खड़ी की छोटी सी छबरिया है किसी न किसी पेड़ के नीचे या बस्ती मैं एक कमरे मैं घुसे दस जान . पेड़ को तो आपके कारिंदे काट ले जाते हैं आपके अफसर उसकी टहनियां काट कर पेड़ के नाम पर आपकी किसी घोषित बंजर जमीन पर गढ़वा देते हैं जो तीस्ररे दिन सूख जाता है पर आपका बृक्षारोपण समारोह हो जाता है
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