एक भव्य कार्यक्रम हुआ और सम्पन्न हो गया बड़े पुण्य के कार्य के लिए कार्यक्रम हुआ शहर के प्रसिद्ध समाजसेवी उपस्थित थे बड़े धार्मिक गुरु भी उपस्थित थे क्योंकि अभिनेत्री नृत्यांगना उनकी प्रिय शिष्या है भव्य मंच भव्य साज सज्जा और इतना भव्य कार्यक्रम तो सारा प्रशासन तो होगा ही शहर की सभी नामचीन हस्तियां तो उपस्थित होंगी ही पास से एंट्री थी तो यदि पास नहीं तो शहर का नामी व्यक्तित्व नहीं इसलिए उनको अपनी उपिस्थिति दिखाना जरूरी है काम भी तो बहुत नेक था सुदूर अशिक्षित अविकसित सभ्य समाज से दूर इंसानो के भले के लिए . सबने नृत्यांगना की कला को देखा और सराहा और धन्य हुए और ध न्य हुए वे दूरस्थ प्राणी नयनसुख मिला आत्मा बाग़ बाग हुई तो लहरें सुदूर् वासियों को जरूर पहुंची होंगी कवि निदा फाजली ने कहा तो माँ के लिए है पर सटीक बैठती है
मैं रोया परदेस मैं भीगा (माँ ) समाजसेवियों का प्यार
दिल ने दिल से बात की बिन चिट्ठी बिन तार
राम ने अपने साथ जंगल वासियों को जोड़ा था तो स्वाभाविक है कार्यक्रम भी राम को ही समर्पित होगा वैसे भी संस्था उनके हित मैं कभी रामकथा आदि कराती रहती है यह सब उनके हित मैं यहीं शहर मैं होता है कि उन्हें शिक्षा मिल जायेगी हाँ अपने शहर की बस्तियों मैं उससे बुरा हाल है। एक घटना याद आती है विदेश मैं बसे बच्चो ने ने माँ का जन्मदिन मनाया बड़ा सा केक कटा और स्वदेश मैं अकेली बैठी माँ को फोन किया माँ हम तुम्हारा जन्मदिन मन रहे हैं फोन पर माँ को सुनाया माँ हैप्पी बर्थ डे टू यू सबने मिल कर गया सुन सुन कर कल्पना कर रही माँ प्रस्सन्न थी आशीर्वाद दे रही थी कितना ख्याल रखते हैं बच्चे और बच्चे केक के साथ स्वादिष्ट खाना खाते कह रहे थे माँ बहुत बढ़िया खाना है और माँ सुबह कि राखी रोटी एक सब्जी से खा आशीष देती अकेली सो गई
मैं रोया परदेस मैं भीगा (माँ ) समाजसेवियों का प्यार
दिल ने दिल से बात की बिन चिट्ठी बिन तार
राम ने अपने साथ जंगल वासियों को जोड़ा था तो स्वाभाविक है कार्यक्रम भी राम को ही समर्पित होगा वैसे भी संस्था उनके हित मैं कभी रामकथा आदि कराती रहती है यह सब उनके हित मैं यहीं शहर मैं होता है कि उन्हें शिक्षा मिल जायेगी हाँ अपने शहर की बस्तियों मैं उससे बुरा हाल है। एक घटना याद आती है विदेश मैं बसे बच्चो ने ने माँ का जन्मदिन मनाया बड़ा सा केक कटा और स्वदेश मैं अकेली बैठी माँ को फोन किया माँ हम तुम्हारा जन्मदिन मन रहे हैं फोन पर माँ को सुनाया माँ हैप्पी बर्थ डे टू यू सबने मिल कर गया सुन सुन कर कल्पना कर रही माँ प्रस्सन्न थी आशीर्वाद दे रही थी कितना ख्याल रखते हैं बच्चे और बच्चे केक के साथ स्वादिष्ट खाना खाते कह रहे थे माँ बहुत बढ़िया खाना है और माँ सुबह कि राखी रोटी एक सब्जी से खा आशीष देती अकेली सो गई
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