Wednesday, 16 November 2011

kala dhan

जेसे जेसे  काला धन बढ़ता है कपडे सफ़ेद और खून भी सफ़ेद हो जाता है  ऊपरी  त्वचा साफ हो जाती है .जब आम आदमी   था गेहूं की रोटी खाता था गेहूं सा रंग था रंग बिरंगे  कपडे पहनता था जब बड़ा आदमी हो गया (कैसे भी नेता अभिनेता या बिज़नस वाला मेरा रंग भी सफ़ेद हो गया क्योंकि बुट्टर नान खता हूँ मैदे की रोटी खाता  हूँ..अब झक सफ़ेद कपडे पहनता हूँ. क्योंकि दाग अच्छे होते हैं  छुड़ाने को कुर्सी का ब्लीच   है ही .  

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